दोस्ती : शायरी


सबके साथ ना खेलो,खिलाडी कई हैं मैदान में।एक दोस्त बनाओ सच्चा,जो पहचाने तुम्हें हजार में। कुछ अजनबी अपनों से हैकुछ … More

कैद कर लो


कैद लो तुम मुझे इन गलियों के घरौंदों में। कैद कर लो कि मुझमें, अब भी जीने की चाह है।